अगर आपने नौकरी में 15 साल पूरे कर लिए हैं और अब आपकी उम्र 58 वर्ष होने वाली है, तो आपके मन में यह सवाल जरूर होगा कि आखिर आपको EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) से कितनी पेंशन मिलेगी। EPFO की पेंशन योजना (EPS-95) के तहत रिटायरमेंट के बाद हर कर्मचारी को मासिक पेंशन दी जाती है, बशर्ते उसने कम से कम 10 साल की सर्विस पूरी की हो। लेकिन अगर आपने 15 साल काम किया है, तो आपको मिलने वाली पेंशन की राशि थोड़ी ज्यादा होगी। आइए जानते हैं इसका पूरा गणित।
EPFO Pension Scheme क्या है?
EPFO की पेंशन स्कीम यानी Employees’ Pension Scheme (EPS-95) के तहत कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद हर महीने पेंशन दी जाती है। यह पेंशन सिर्फ उन्हीं कर्मचारियों को मिलती है जो EPF (Provident Fund) के सदस्य हैं और जिन्होंने कम से कम 10 साल तक कंट्रीब्यूशन किया है। EPFO हर महीने आपके EPF में जमा रकम का 8.33% हिस्सा पेंशन फंड (EPS) में ट्रांसफर करता है।
पेंशन कैलकुलेशन का फॉर्मूला
EPFO पेंशन कैलकुलेशन के लिए एक तय फॉर्मूला अपनाता है Monthly Pension = (Last Drawn Salary × Pensionable Service) ÷ 70 यहां, Last Drawn Salary का मतलब है आपके रिटायरमेंट से पहले के आखिरी 60 महीनों का औसत वेतन। Pensionable Service का मतलब है आपने EPS में कितने साल तक योगदान दिया।
15 साल नौकरी का उदाहरण
मान लीजिए आपने 15 साल नौकरी की है और आपकी आखिरी औसत सैलरी ₹25,000 रही है, तो पेंशन का कैलकुलेशन कुछ इस तरह होगा। Monthly Pension = (25,000 × 15) ÷ 70 = ₹5,357 प्रति माह यानि अगर आपने लगातार 15 साल तक EPS में योगदान दिया है और रिटायरमेंट की उम्र 58 साल है, तो आपको हर महीने लगभग ₹5,300–₹5,400 तक की पेंशन मिल सकती है।
अगर सर्विस 20 साल से अधिक हो जाए तो क्या होगा?
EPFO के नियमों के अनुसार अगर आपकी सर्विस 20 साल या उससे ज्यादा हो जाती है, तो आपको 2 साल का बोनस सर्विस के रूप में मिलता है। यानी आपकी पेंशन कैलकुलेशन के लिए 20 साल की जगह 22 साल का हिसाब लगाया जाएगा। इससे आपकी मासिक पेंशन राशि बढ़ जाती है।
जल्दी रिटायरमेंट लेने वालों के लिए नियम
अगर कोई कर्मचारी 50 साल की उम्र में रिटायर होना चाहता है, तो वह Early Pension का विकल्प चुन सकता है। हालांकि, इस स्थिति में मिलने वाली पेंशन में 4% तक की कटौती हर साल की जाती है, जब तक आप 58 की उम्र पूरी नहीं करते। इसलिए अधिकतम लाभ के लिए 58 वर्ष की उम्र तक काम करना सबसे बेहतर होता है।
EPFO पेंशन का भुगतान कैसे मिलता है?
रिटायरमेंट के बाद EPFO पेंशन सीधे आपके बैंक खाते में हर महीने जमा होती है। इसके लिए कर्मचारी को फॉर्म 10D भरकर अपने क्षेत्रीय EPFO कार्यालय में जमा करना होता है। एक बार पेंशन शुरू हो जाने के बाद यह जीवनभर मिलती है, और कर्मचारी की मृत्यु के बाद नामांकित परिवार सदस्य (spouse) को परिवार पेंशन भी मिलती है।
परिवार पेंशन का लाभ
अगर कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तो उसकी पत्नी या पति को परिवार पेंशन का लाभ दिया जाता है। यह पेंशन कर्मचारी की मूल पेंशन का लगभग 50% तक होती है। इसके अलावा 25 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भी इस योजना के तहत आर्थिक सहायता दी जाती है।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। EPFO पेंशन की वास्तविक राशि आपके वेतन, सर्विस अवधि और अन्य नियमों के आधार पर भिन्न हो सकती है। सटीक जानकारी के लिए अपने नजदीकी EPFO कार्यालय या आधिकारिक वेबसाइट epfindia.gov.in पर संपर्क करें।
