भारत के कीमती धातु बाजार में आज सुबह जैसे ही कारोबार की शुरुआत हुई, सोना और चांदी दोनों के दामों में गिरावट का रुख देखने को मिला। बीते कुछ दिनों में जहां सोने की कीमतों ने नए रिकॉर्ड बनाए थे, वहीं आज अचानक बाजार में मंदी का माहौल बन गया है। यदि आप भी इस समय सोना या चांदी खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आज 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने का भाव कितना चल रहा है और इस गिरावट के पीछे कौन से कारण हैं।
सोने-चांदी का आज का ताजा रेट
इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, आज सुबह सोने की कीमतों में लगभग ₹450 से ₹550 प्रति 10 ग्राम तक की कमी दर्ज की गई है। 99.9% शुद्धता वाला सोना अब करीब ₹96,950 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। 99.5% शुद्धता वाला सोना लगभग ₹94,200 प्रति 10 ग्राम के आस-पास पहुंच गया है। वहीं, चांदी की कीमत में मामूली गिरावट के साथ यह लगभग ₹1,10,950 प्रति किलो पर कारोबार कर रही है।
देश के प्रमुख शहरों में आज के रेट
नीचे कुछ प्रमुख महानगरों में आज के 24 कैरेट, 22 कैरेट सोने और चांदी के भाव दिए गए हैं –
दिल्ली: 24 कैरेट ₹97,450/10 ग्राम, 22 कैरेट ₹89,820/10 ग्राम
मुंबई: 24 कैरेट ₹97,180/10 ग्राम, 22 कैरेट ₹89,700/10 ग्राम
कोलकाता: 24 कैरेट ₹97,250/10 ग्राम, 22 कैरेट ₹89,950/10 ग्राम
चेन्नई: 24 कैरेट ₹98,000/10 ग्राम, 22 कैरेट ₹90,120/10 ग्राम
लखनऊ: 24 कैरेट ₹97,780/10 ग्राम, 22 कैरेट ₹90,030/10 ग्राम
पटना: 24 कैरेट ₹97,650/10 ग्राम, 22 कैरेट ₹89,910/10 ग्राम
चांदी के ताजा रेट
दिल्ली ₹1,10,950/किग्रा
मुंबई ₹1,11,210/किग्रा |
कोलकाता ₹1,10,700/किग्रा
चेन्नई ₹1,10,130/किग्रा |
लखनऊ ₹1,11,830/किग्रा
क्यों टूटी सोना-चांदी की चमक?
सोने-चांदी के दामों में गिरावट के पीछे कई आर्थिक और वैश्विक कारण हैं।
1. डॉलर की मजबूती: अमेरिकी डॉलर की मजबूती ने कीमती धातुओं पर दबाव बनाया है। जब डॉलर मजबूत होता है तो निवेशक सोने से निकलकर डॉलर में निवेश करना पसंद करते हैं, जिससे सोने की कीमत गिरती है।
2. ब्याज दरों में बदलाव की संभावना: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित बदलाव के संकेत ने सोने के बाजार में अनिश्चितता बढ़ाई है। इससे सोने में बिकवाली तेज हो गई है।
3. घरेलू मांग में गिरावट: भारत में त्योहारों से पहले जहां मांग बढ़ती है, वहीं रिकॉर्ड स्तर के बाद लोग मुनाफा निकालने लगे हैं। इसके चलते बाजार में प्रॉफिट बुकिंग बढ़ी और कीमतों पर दबाव आया।
4. रुपए की स्थिति और आयात खर्च: रुपया डॉलर के मुकाबले थोड़ा मजबूत हुआ है, जिससे सोने के आयात पर खर्च कम हुआ और घरेलू बाजार में कीमतें नीचे आईं।
क्या यह सोना खरीदने का सही समय है?
मौजूदा गिरावट उन निवेशकों के लिए एक अवसर हो सकता है जो लंबे समय के लिए सोना खरीदना चाहते हैं। हालांकि, अल्पकालिक उतार-चढ़ाव के चलते जल्दबाजी में खरीदारी करना जोखिम भरा साबित हो सकता है। अगर आप निवेश या आभूषण खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो स्थानीय बाजार के भाव की तुलना करें और जौहरी से शुद्धता की पुष्टि जरूर करें।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई कीमतें समय और स्थान के अनुसार बदल सकती हैं। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या जौहरी से परामर्श करें।
