आज की सुबह भारतीय सर्राफा बाजार से एक राहत भरी खबर आई है। लगातार कई दिनों की तेजी के बाद आज सोने और चांदी के दामों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। जहां पिछले हफ्ते सोने की कीमतें नए रिकॉर्ड बना रही थीं, वहीं आज बाजार में हल्की ठंडक महसूस की जा रही है। इस गिरावट का असर आम खरीदारों से लेकर निवेशकों तक सभी पर देखने को रहा है।
सोने के दाम में आई गिरावट
आज के कारोबार में सोने की कीमतों में हल्की कमी दर्ज की गई है। पिछले कुछ दिनों में जो तेजी बनी हुई थी, वह अब थमती नज़र आ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि डॉलर के मज़बूत होने और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्थिरता आने के कारण सोने पर दबाव बढ़ा है। फिलहाल, देश के अलग-अलग शहरों में 24 कैरेट सोना लगभग ₹63,800 से ₹64,200 प्रति 10 ग्राम के बीच कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोना लगभग ₹58,500 से ₹59,000 प्रति 10 ग्राम के दायरे में बना हुआ है। यह गिरावट उन खरीदारों के लिए राहत की खबर है जो त्योहार या शादी के मौके पर खरीदारी का इंतज़ार कर रहे थे।
चांदी के भाव में भी नरमी
सोने की तरह ही चांदी के रेट में भी आज गिरावट देखने को मिली है। बीते हफ्ते जहां चांदी ₹74,500 प्रति किलो तक पहुंच गई थी, वहीं आज इसका दाम घटकर लगभग ₹73,000 से ₹74,000 प्रति किलो पर आ गया है। कारोबारियों का मानना है कि उद्योगों की मांग में कमी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डॉलर की मजबूती ने चांदी की कीमतों पर असर डाला है। हालांकि विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि यह गिरावट अस्थायी हो सकती है और आने वाले दिनों में फिर से भाव में सुधार देखने को मिल सकता है।
गिरावट की मुख्य वजहें
सोना और चांदी दोनों के दामों में आई इस गिरावट के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। सबसे बड़ा कारण है अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मज़बूती और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी। इसके अलावा, निवेशकों ने बीते दिनों में भारी खरीदारी की थी, जिसके बाद अब मुनाफा वसूली का दौर चल रहा है। भारत में भी घरेलू मांग इस समय कुछ शांत है क्योंकि खरीदार त्योहारों के दौरान और कम कीमत की उम्मीद कर रहे हैं। यही वजह है कि बाजार में फिलहाल सुस्ती देखी जा रही है।
क्या यह सोना खरीदने का सही समय है?
कई निवेश विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की मौजूदा गिरावट लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक बेहतर मौका साबित हो सकती है। पिछले कुछ वर्षों में सोना एक भरोसेमंद निवेश साबित हुआ है, और ऐसे समय में जब कीमतों में थोड़ी नरमी आई है, यह खरीदारी का उपयुक्त समय हो सकता है। हालांकि, अल्पकालिक निवेश करने वालों को थोड़ी सतर्कता रखनी चाहिए क्योंकि कीमतें कुछ दिनों तक उतार-चढ़ाव में रह सकती हैं।
भविष्य की संभावना
अगर वैश्विक आर्थिक स्थिति स्थिर रहती है, तो आने वाले महीनों में सोने और चांदी दोनों के दामों में फिर से सुधार देखने को मिल सकता है। डॉलर के कमजोर पड़ने या भू-राजनीतिक परिस्थितियों में बदलाव होने पर इन कीमती धातुओं की कीमतें दोबारा ऊपर जा सकती हैं। त्योहारों और शादी के सीजन में भारतीय बाजार में सोने की मांग बढ़ने की संभावना भी बनी हुई है, जो रेट्स को ऊपर ले जा सकती है।
निष्कर्ष : आज का दिन उन लोगों के लिए खास है जो लंबे समय से सोने या चांदी की खरीदारी का मन बना रहे थे। बाजार में आई यह गिरावट फिलहाल एक मौका देती है कि लोग कम दामों में अपनी जरूरत या निवेश के लिए खरीदारी कर सकें। हालांकि, विशेषज्ञों की राय है कि आने वाले दिनों में स्थिति अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर निर्भर करेगी। इसलिए, किसी भी खरीदारी से पहले मौजूदा रेट्स और बाजार की दिशा पर ध्यान देना ज़रूरी है।
अस्वीकरण : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। सोने और चांदी के रेट समय, स्थान और ज्वेलर्स के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं। निवेश करने से पहले किसी योग्य वित्तीय सलाहकार की सलाह अवश्य लें।
