देशभर के उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर आई है। तेल कंपनियों ने 1 नवंबर 2025 से एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में बड़ी कटौती की है। यह कमी घरेलू रसोई गैस यानी 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर पर लागू होगी। बीते कुछ महीनों से लगातार महंगाई से परेशान लोगों के लिए यह बदलाव एक बड़ी राहत साबित हो सकता है। सरकार ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में घटे क्रूड ऑयल दामों और घरेलू सब्सिडी नीति में सुधार के चलते यह फैसला लिया है। नए रेट्स आज से देशभर के सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू हो चुके हैं।
अब कितनी हुई एलपीजी सिलेंडर की कीमत?
तेल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) द्वारा जारी नए रेट्स के अनुसार, दिल्ली में अब 14.2 किलोग्राम एलपीजी सिलेंडर की कीमत ₹857 हो गई है। वहीं, मुंबई में यह ₹860, कोलकाता में ₹882, और चेन्नई में ₹873 में मिल रहा है। पहले इन शहरों में सिलेंडर की कीमत ₹910 से ₹940 के बीच थी। यानी इस बार उपभोक्ताओं को करीब ₹50 से ₹70 तक की राहत मिली है।
कमर्शियल सिलेंडर भी हुआ सस्ता
सिर्फ घरेलू गैस ही नहीं, बल्कि 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में भी कमी की गई है। नए रेट्स के अनुसार, दिल्ली में कमर्शियल सिलेंडर अब ₹1,628 में उपलब्ध होगा, जो पहले ₹1,680 था। यह कटौती होटल, रेस्तरां और छोटे उद्योगों के लिए राहत की खबर लेकर आई है।
क्यों घटाए गए दाम?
जानकारों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एलएनजी (Liquefied Natural Gas) की कीमतों में गिरावट और डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिरता के कारण यह कमी संभव हो पाई है। सरकार चाहती है कि त्योहारों के इस मौसम में आम जनता को राहत मिले और घरेलू खर्च पर दबाव कम हो।
नए दाम कहाँ देख सकते हैं?
आप अपने शहर में एलपीजी सिलेंडर का रेट चेक करने के लिए इंडेन, भारत गैस या एचपी गैस की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर जा सकते हैं।
- इंडेन गैस: https://indane.co.in
- भारत गैस: https://my.ebharatgas.com
- एचपी गैस: https://myhpgas.in
14.2Kg एलपीजी सिलेंडर रेट (1 नवंबर 2025 तक अद्यतन)
| शहर | नया रेट (₹) | पिछला रेट (₹) | अंतर |
|---|---|---|---|
| दिल्ली | ₹857 | ₹910 | ₹53 सस्ता |
| मुंबई | ₹860 | ₹925 | ₹65 सस्ता |
| कोलकाता | ₹882 | ₹940 | ₹58 सस्ता |
| चेन्नई | ₹873 | ₹931 | ₹58 सस्ता |
Disclaimer: इस लेख में दी गई कीमतें तेल विपणन कंपनियों द्वारा जारी आधिकारिक रेट्स पर आधारित हैं। किसी विशेष क्षेत्र में टैक्स या परिवहन शुल्क के कारण दामों में थोड़ा अंतर हो सकता है।
