देशभर के वाहन चालकों के लिए राहत की बड़ी खबर आई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में आई नरमी का असर अब भारत में दिखाई देने लगा है। आज से पेट्रोल और डीजल दोनों के रेट में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे आम लोगों को बड़ी राहत मिली है। लगातार बढ़ती ईंधन कीमतों के बीच यह बदलाव हर उस परिवार के लिए सुकून भरी खबर है जो रोजमर्रा के खर्चों में पेट्रोल-डीजल पर निर्भर हैं। चलिए जानते हैं देश के प्रमुख शहरों में आज से लागू हुए नए रेट्स क्या हैं।
आज प्रमुख शहरों में पेट्रोल की नई कीमतें
आज से देश के सभी बड़े महानगरों में पेट्रोल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। दिल्ली में पेट्रोल अब ₹94.88 प्रति लीटर, कोलकाता में ₹104.94 प्रति लीटर, मुंबई में ₹105.44 प्रति लीटर, और चेन्नई में ₹101.85 प्रति लीटर हो गया है। यह कटौती सीधे तौर पर लोगों की जेब पर असर डालेगी और यात्रा की लागत को कम करेगी। पेट्रोल की कीमतों में यह गिरावट आम जनता के लिए त्योहारी मौसम से पहले एक बड़ी राहत के रूप में आई है।
डीजल की कीमतों में भी आई गिरावट
पेट्रोल के साथ-साथ डीजल की कीमतों में भी उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है। दिल्ली में डीजल अब ₹87.87 प्रति लीटर, कोलकाता में ₹91.75, मुंबई में ₹94.97, और चेन्नई में ₹91.09 प्रति लीटर हो गया है। डीजल के दाम कम होने से ट्रांसपोर्ट सेक्टर में राहत की उम्मीद बढ़ी है, क्योंकि ट्रक, बस और टैक्सी जैसे वाहनों के संचालन में इसका सीधा असर पड़ता है। यह बदलाव आने वाले दिनों में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
भारत में सबसे सस्ता पेट्रोल कहां मिल रहा है?
देशभर में जहां एक ओर पेट्रोल की कीमतें अलग-अलग राज्यों में भिन्न हैं, वहीं अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में यह अब भी सबसे सस्ता है। यहां 1 लीटर पेट्रोल ₹82.46 में उपलब्ध है। इसके अलावा दादरा और नगर हवेली में ₹82.37, दमन और दीव में ₹89.55, उत्तराखंड में ₹90.78, और हिमाचल प्रदेश में ₹91.27 प्रति लीटर पेट्रोल बिक रहा है। इन राज्यों में टैक्स कम होने के कारण ईंधन की दरें अन्य शहरों की तुलना में कम रहती हैं।
सबसे सस्ता डीजल कहां मिल रहा है?
डीजल की बात करें तो अंडमान और निकोबार में यह केवल ₹75.05 प्रति लीटर में मिल रहा है, जो पूरे भारत में सबसे सस्ता है। वहीं अरुणाचल प्रदेश में ₹78.38, जम्मू-कश्मीर में ₹80.32, और चंडीगढ़ में ₹81.44 प्रति लीटर डीजल की कीमत है। डीजल की दरों में आई इस कमी से कृषि और परिवहन क्षेत्र को बड़ी राहत मिलने वाली है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।
कीमतों का आम आदमी पर असर
पेट्रोल-डीजल की कीमतों का सीधा असर हर घर के बजट पर पड़ता है। जब कीमतें बढ़ती हैं, तो ट्रांसपोर्ट, बस किराया और टैक्सी चार्ज बढ़ने के साथ-साथ सब्ज़ियों, फलों और अन्य जरूरी सामानों की कीमत भी बढ़ जाती है। वहीं जब कीमतों में गिरावट आती है, तो इसका फायदा आम जनता को तुरंत मिलता है। इस बार की गिरावट से महंगाई के दबाव में थोड़ी राहत मिलेगी और दैनिक जीवन कुछ सस्ता महसूस होगा।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें कैसे तय होती हैं?
भारत में पेट्रोल और डीजल की दरें रोजाना बदलती हैं, जिसे Dynamic Pricing System कहा जाता है। इनके दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत, डॉलर-रुपये की वैल्यू, केंद्र और राज्य सरकारों के टैक्स, और ट्रांसपोर्ट खर्च जैसे कई कारकों पर निर्भर करते हैं। यही वजह है कि हर सुबह तेल कंपनियां देशभर के हर शहर में पेट्रोल और डीजल के नए रेट जारी करती हैं।
डिस्क्लेमर : यह लेख सार्वजनिक डेटा और समाचार स्रोतों पर आधारित है। विभिन्न राज्यों या शहरों में टैक्स और ट्रांसपोर्ट चार्ज के कारण कीमतों में थोड़ा अंतर हो सकता है। सटीक और लेटेस्ट जानकारी के लिए अपने नजदीकी पेट्रोल पंप या तेल कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जांच करें।
